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Kavita Kosh से
तुम नहीं हो बताओ तो अब कौन से घर जाऊं मैं!!
मन करता है बस जिंदा रह कर भी मर जाऊं मैं!!
तुम्हारे चले जाने के बाद सब सूना सा लगता है,