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Kavita Kosh से
बस इतना दिल चाहे मेरा
दूर करूँ दुःख: सबके दिलों से, खुशियाँ अपनी दे आऊँ मैं
रहे ना खाली पेट कोई भी, सबकी भूख मिटाऊँ मैं
बस इतना दिल चाहे मेरा