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मुझे जीवन ऐसा ही चाहिए था / कुमार मुकुल
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08:37, 10 जनवरी 2017
|संग्रह=एक उर्सुला होती है / कुमार मुकुल
}}
यह लिखते
अपनी गलतियों से
सज़ा-
धजा!
धजा।
Kumar mukul
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