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देसूंटो-6 / नीरज दइया

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[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
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हां, ओ ईज है-म्हारो देसपण पूग्यो अठै म्हैंथारै बीं देस रंगां सूंबो है घर म्हारो प्रगटिया रूपलीकां-लीकां मंडिया रूपबठै है नींव म्हारीसबदां मांय ढळिया रूप
असल मांय म्है हुवणो चावूंकीं नीं हैखाली अर खालीइण देस मांयकरूं काढ बारै-घर मांयजे टाळकरां अलायदास्सौ कीं थारो-म्हारोदोय रंगा नैनीं हुय सकैजोवूं उण मांय-म्हारै सगळै सुपनां रोरूप थारो कोई तीजो रंगरूप म्हारो
काळो रंग बसै देसजद लेवै सीखसांसा मांयउगटै आपी-आपगूंथीज परोरंग धोळोमांय म्हारैअर उजास म्हारी मुगती बीनाजठै भूलै मारगकाळूंठा हुय’रछिटक जावे सेमूंढैआंख री हद सूं बारैसगळा रा सगळा सुपना म्हाराकोनी मुगती थारी
सुपना म्हाराकदास कूड़ हुवैलाका फेर हुय सकै-अेक दिन सांचमिलै हजार देसूंटापण सांस जद हुय जावै कूड़ रैवै अठै अखंडसुपना रैय जावैथारा देसघणाकेई-घणा दूरकेई देस
सांस नीं थमै थारी आ दुनियाजाणै फगत सांसजिŸाी दीसै बारैम्हारी दुनिया रैउण सूं बती हैआखै अंधार-पख मांयहै कठै-कठै उजासम्हारै !
सूरज दांई म्हैं देस मांयऊगै-बिसूंजै सांसओ जीवण अर देस हैजाणै नित आवै-जावै-उजास अंधारमांय म्हारै !!
अठै अमिट अगन थारीछेकड़ बचै कोनी कोईनीं हुय सकैकिण विध सुणूंथारै सरीखोन्यारो-निरवाळोम्हैं थारी अर निरमोहीआपरी दुनिया सूंआपरै देस-रागसूं
राग-रंगकोई नीं रैय सकैउजास राछोड’र बारैअंधार रा आपरी दुनिया नैंधरती रा आपरै देस नैंआभै रास्सौ कीं थाराअर थूं अदीठभलाई मिलै देसूंटो
रैवैला म्हारी दीठ सूंजद-जद भरूंथूं अदीठ देस नैं आंख्यां मांयइण री ठाह हुवै अर ठाह नीं हुवैभरीज जावै देस
म्हैं अेकलोदेस-देस लाधैलाकठैई तो थनैकोनी अेक इकाईअटक्योड़ी प्रेम रै दरवाजै जावैका भटकती-अेक मारग अबखोओळूं म्हारी
करण नैं पूरीओळूं रै अगाड़ी-करजद-जद थूं बगैओळूं म्हारी अेक इकाई म्हैं आफळूं अर आफळूंप्रेप-मारगघूमर घालै
पूग उण दरवाजैअर भळै भोेगूं सूख सेज रोअेकर पांतर जावूं म्हैंपण बा घड़ीठाह नीं किण दिसआवै कोनी हाथ अदीठ हुय जावै जद रळै सांस सूं सांसमिळै सुर सूं सुररचीजै अेक रागसधै कद राग ?बणै कद बीज ??थारी फरूकती धजा
सांस-सांस सूं रळ परीसांवरा !साधै अेक रागसगळा देस थाराअर गावै अेक हरजससगळो म्हैं थारोक्यूं राखी भळै थूं म्हारी-थारै सुपनै रोसांस अडावैहां ऽ....तद उपजैबीज सांस रोओळूं अडावै
जद तूठै कोई सुपनोथारै जोड़तद बणै बीजकीं रचण नैं ?सांस रोपण बा घड़ी आवै कोनी हाथ इण री ठाह हुवै अर ठाह नीं हुवैकांईं रचूं म्हैं ?
चढती-उतरती राग पांच चीजांमंडतो-खिंडतो रंग थूं रळावैकरै मांय म्हारैतद ईज रळैकेई-केई वळाअर बण जावै-सेळ-भेळ ऊंधाआदम-पाधराबीज
धोळै रंग मांयथूं नीं करै भेदलाध्या सात रंग सूंपै अेक बरोबरसात रंगा सूं साधीबणाई जूण नै भटकावतीराग-देसपांचूं चीजां
असल मांयसांवरा !म्हारै पाखती अेक डागळैकीं नीं रैवैलाथाळी बाजैअर नकल मांय अठै अेक आंगणैम्हैं बणाया है- केई-केई रंगछेकड़ खूट जावैलासगळा-रा-सगळा रंगसासू गाजै
साव काळो काळमिनख करै भेद जाणै लेवैला खोसमिनख बणया भेदम्हारा सगळा रंगधरती-धरती मेंआभै-आभै मेंअगन-अगन मेंपवन-पवन मेंपाणी-पाणी में
आगूंच ठाह धरती खनै हुवैपण ठाह नीं हुवैकै म्हारै रंगां मांय है-फगत अेक रंग पक्कोबो रंग मिट नीं सकैअगन, पवन अर पाणी
बीं रंग अगाड़ीखावैला पछाड़आभै खनै हुवै-म्हारा सगळा-रा-सगळा रंगम्हारा सगळा रंगकच्चा रंगअगन, पवन अर पाणी
अेक है पक्को रंगधरती री आंख मांयजिको गिटक जावैरैवै आभोम्हारा सगळा रंगअर आभै री काख मांयसगळा-रा-सगळा रंग ठाह नींकद आय पूगै डाकी काळो-काळरैवै धरती
लाध्यो कोनीम्हे करां पक्कोकिणी मिनख नैंजाणै थूं मांड्यो बो घरजठै बूरी थूंम्हांरी सांस मांय-माया थारीकोई पाढो
किंयां काढूंअठै हैथारै जोड़ रोइतरा इतरा भेदकोई तोड़ सांवराथूं बिना भेद रै सूंपीपांती आई म्हारैपांचू चीजां म्हारीपण समझ कोनी आवैथारा केई केई भेदभेद मांयला भेद
धोळै रंग मेंथारै इण देससात रंग सोधणियाखाली आवै मिनखकाळै रंग सामींखाली जावै मिनखअबोला भळै क्यूं हुय जावांअर क्यूंआवै-जावै मिनख म्हैं नीं जाणूंइण सूं पैली-पछैजाणूं फगत इŸाो कै म्हैं आयो अठै
जोवां-जोवांथारै रचावकोई आधो-परयो ई जोवांथूं खुद रचीजैकोई तो रंग जोवांकरतो रैवै कोतककाळे रंग मांयरचतो रैवै कोई नूंवो नूंवां-नूंवां रंग जोवां
पण काळै रंग मांय दीसैथूं घालैफगत म्हारै आखती-पाखती क्यूं अर फगतक्यूंअेक नित झांकांदिन-रात झांकां म्हानै परोटैहां जिका नैंहां जियां रंग काळो परोटै थूं थूं परोट जाणैभलै-भलै नैंथारी आंख री रैवै हद मांयदीठ-अदीठथारा सगळा देस बारै कांई हैबता थारी आंख सूंबचण रो पाळैलोग भरमआखी जूणकीं रचण रो पाळैलोग भरम म्हैं सांस-सांस नैं सुळझावूंअर काळोघुळती जावै-सांस म्हारीसुळती जावै-सांस म्हारी
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