भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
और अब मिलता है बेमन बहुत ज़्यादा।
हर किसी का को एक ही चिंता सताती
राम कम हैं और रावन बहुत ज़्यादा।
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits