भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

इज़्ज़तपुरम्-27 / डी. एम. मिश्र

480 bytes added, 11:31, 18 सितम्बर 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=इज़्ज़तपुरम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=डी. एम. मिश्र
|संग्रह=इज़्ज़तपुरम् / डी. एम. मिश्र
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
शाम की
कतई
जल्दी नहीं

पर सबेरा
कब होगा?
यही चाहता है
हर मेहनतकश
हाथ

क्यों नहीं
होने लगता
दिन चौबीस घंटे का?
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits