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प्रकाश का श्वेत झरना
बादलों के मध्य से, पत्तों के मध्य से
और बच्चे के प्रश्नों की चक्की से:
क्यों और क्यों?
संसार की सरलताएं नहीं की जा सकतीं
व्याख्यायित. न घास,
न प्रकाश का झरना, वह श्वेत,
अश्रव्य.

'''(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)'''
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