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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[बगीचे मं घूम रही, सखियों की टोळी रै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[या दुख पावै थारी नार सति हो , हो रही सै मेरी बुरी गति हो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[मिलके गल काटण आले का, हाँ भरकै नाटण आले का / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[बिना विचारे काम करै जो, उसके जी नै रासा हो सै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]