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|विषय=
|शैली=ग़ज़ल
* [[अँधेरी रात के परदे में झिलमिलाया किये / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[अगर समझो तो मैं ही सब कहीं हूँ / गुलाब खंडेलवाल]]