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[[Category:हाइकु]]
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1मचलें पाँवकह रहे मन सेआ चलें गाँव।2कहता मनगाँव रहे न गाँवकेवल भ्रम।3ली करवटशहरीकरण नेगाँव लापता।4मेले न ठेलेन खुशियों के रेलेगर्म हवाएँ।5वृक्ष न छाँवनंगी पगडंडियाँजलाएँ पाँव।6शहरी तापचहुँ ओर विकासमरा है हास।7बदले ग्रामवाहनों के शोर सेचैन हराम।8शहरी हुएगाँव की यादें अबआँखों से चुएँ।9गाँव बेहालशहरी हवाओं नेलूटा ईमान ।10सिर पे भारलाँघे बीहड़ रास्तेगाँव की नार ।
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