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चौबीस घण्टे के भीतर मैं इसी सरोवर में डूबकर मर जाऊँगी
हस्तिनापुर की सब लड़कियाँ यहाँ आकर रोयेंगीरोएँगी
अभिशाप देंगी
उसके बाद लौट जाएँगी
नर्मदा में
सुवर्ण रेखा में.