भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
ऐसी ही अनगिनत औरतों से
रात के सपने में
सुनाई देने वाली आवाज़
किसकी है ?!
करता हूँ क्या
मैं ख़ुद ही डायल
सुनने के लिए बार-बार!!
..........................
रचनाकाल : 14 15 जून, 2010
</poem>