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Kavita Kosh से
नकली जीभ?
नकली कान?
एक बहने वाली नाक के लिए इतना सारा अंतरअत्तर?
झूठी कल्पना के लिए वेदव्यास और लाखों, लाखों शुक बहत्तर?
अंधकारमय अज्ञान की कठोर खेती!