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दर्द बढ बढ़ कर फुगाँ <sup>1</sup> ना हो जाये
ये ज़मीं <sup>2</sup> आसमाँ <sup>3</sup> ना हो जाये
दिल में डूबा हुआ जो नश्तर<sup>4</sup> है
दिल को ले लीजिए जो लेना हो
फिर ये सौदा <sup>6</sup> गराँ <sup>7</sup> ना हो जाये (सौदा : bargain; गराँ : costly)
आह <sup>8</sup> कीजिए मगर लतीफ़-तरीन<sup>9</sup>
लब तक आकर धुआँ <sup>10</sup> ना हो जाये