भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामधारी सिंह '"दिनकर'" |संग्रह= रश्मिरथी / रामधारी सिंह '"दिनकर'"
}}
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 7|<< पिछला भाग]]
शीतल, विरल एक कानून शोभित अधित्यका के ऊपर,
लौह-दण्ड पर जड़ित पड़ा हो, मानो, अर्ध अंशुमाली।
[[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 2|अगला भाग >>]]