भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जीवन / कविता वाचक्नवी

9 bytes removed, 11:03, 6 जून 2009
}}
<poem>
'''जीवन'''
 
 
जीवन तो
यों
चुक गया।
:::यह तपते अंगारों पर :::नंगे पाँवों :::हँस-हँस चलने :::बार-बार :::प्रतिपल जलने का :::नट-नर्तन है।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,723
edits