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गोविन्द गुलशन

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* [[जो ख़त लिखे हुए थे, किताबों में रह गए/ गोविन्द गुलशन]]
* [[दिल को सुकून दीदा-ए-तर ने नहीं दिया/गोविन्द गुलशन]]
*बात छिड़ गई कहीं कभी जो आबो-ताब की/गोविन्द गुलशन ]]