भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
[[category: ग़ज़ल]]
<poem>
हुस्ने-बेपरवा को<ref>स्वयं को भूले हुए सौन्दर्य को</ref> ख़ुदबीन<ref >स्वयं के प्रति सचेत</ref>ओ ख़ुदारा<ref > हे भगवान
!</ref> कर दिया