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|रचनाकार=राजा शिवप्रसाद सितारे-हिन्द
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घोड़े पर अपने चढ़के जो आता हूँ मैं
क़रतब जो हैं सो सब दिखाता हूँ मैं,
उस चाहने वाले ने जो चाहा तो अभी,
कहता जो कुछ हूँ कर दिखाता हूँ मैं।
</poem>
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