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* [[आख़िरी लम्हा / जाँ निसार अख़्तर]]
* '''[[घर-आँगन (रुबाइयाँ)''' 
* [[वो आयेंगे चादर तो बिछा दूँ कोरी / जाँ निसार अख़्तर]]
* [[आहट मेरे कदमों की जो सुन पाई है / जाँ निसार अख़्तर]]
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