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Kavita Kosh से
कहा जाता है<br\>
कि जीवन भर पुण्य करने पर ही<br\>
और स्वर्ग में तो<br\>
पाप करने का सवाल ही नहीं
इस तरह पाप के सुख से<br\>
वंचित रह जाता है<br\>
० मई १९९०