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तू सच सच आख वे जोगी / पंजाबी

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तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी, होसी।
न करिये माण वतनाँ दा,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी, होसी।
अधी राती दुपट्टा रंगया,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी, होसी।
अधी राती पकन केले,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी, होसी।
अधी राती पकन आडू,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी, होसी।
अधी राती चमकण तारे,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,होसी।
</poem>
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