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नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश कौशिक |संग्रह=कहाँ हैं वे शब्द / रमेश कौशिक }…
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{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=कहाँ हैं वे शब्द / रमेश कौशिक
}}
<poem>
सब-के सब बीमार
मरीज़ तो मरीज़
डाक्टर भी
इसलिए मदद कर नहीं सकते
एक-दूसरे की
लाचार |
सब-के-सब बीमार
कोई आँख से
कोई कान से
कोई तन से
कोई मन से|
दुनिया एक बहुत बड़ा अस्पताल
किन्तु कोई नहीं तीमारदार
सब-के-सब बीमार |
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=कहाँ हैं वे शब्द / रमेश कौशिक
}}
<poem>
सब-के सब बीमार
मरीज़ तो मरीज़
डाक्टर भी
इसलिए मदद कर नहीं सकते
एक-दूसरे की
लाचार |
सब-के-सब बीमार
कोई आँख से
कोई कान से
कोई तन से
कोई मन से|
दुनिया एक बहुत बड़ा अस्पताल
किन्तु कोई नहीं तीमारदार
सब-के-सब बीमार |
</poem>