भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

प्रार्थना / सांवर दइया

124 bytes added, 03:36, 20 जुलाई 2010
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार= सांवर दइया |संग्रह=}}{{KKCatKavita‎}}<poemPoem>आकाश के अनंत छोर तक पहुंचपहुँच
बच्चों के लिए चुग्गा जुटा कर
सांझ समय वापिस पहुंच सकूंपहुँच सकूँ
अपने घोंसले में
वे पंख देना मुझे ।
युगों से अंधकार में गुम
सुखों को शोध सकूंसकूँ
भावी पीढ़ियों के लिए
वह आंख आँख देना मुझे
अन्यथा ओ ईश्वर !
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits