भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

गोविन्द गुलशन

165 bytes added, 14:09, 4 सितम्बर 2010
* [[इधर उधर की न बातों में तुम घुमाओ मुझे / गोविन्द गुलशन]]
* [[इस लिए रहता नहीं कोई नया डर मुझमें / गोविन्द गुलशन]]
* [[ क्यूँ है ख़ामोश समंदर तुम्हें मा’लूम है क्या / गोविन्द गुलशन]]
</sort>