रात आँख मूँद कर जगी

| रचनाकार | राजेन्द्र प्रसाद सिंह |
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| प्रकाशक | सहलेखन, दिल्ली |
| वर्ष | 1980 |
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| विधा | नवगीत |
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| विविध |
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- रात आँख मूँद कर जगी (कविता) / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- फूल केवड़े का / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- पूर्णिमा की रात में / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- तो अकेला मैं नहीं / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- समय की भी तुला पर / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- अपना हार पिरोलो / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- कथा पिछले जनम की / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- प्यार नहीं तन का बन्दी / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- बात क्या हुई, कैसे आये? / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- लाख जतन / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- दूधिया दीवार / राजेन्द्र प्रसाद सिंह
- बावजूद चुप / राजेन्द्र प्रसाद सिंह