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रेहाना रूही
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रेहाना रूही
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कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
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जीवन परिचय | |
रेहाना रूही / परिचय |
ग़ज़लें
- दिल को रह रह के ये अंदेश डराने लग जाएँ / रेहाना रूही
- जुनून-ए-इश्क़ में सद-चाक होना पड़ता है / रेहाना रूही
- कौन कहाँ तक जा सकता है / रेहाना रूही
- किसी की चश्म-ए-गुरेज़ाँ में जल बुझे हम लोग / रेहाना रूही
- मसरूफ़ियत उसी की है फ़ुर्सत उसी की है / रेहाना रूही
- नज़्ज़ारा-ए-जमाल ने सोने नहीं दिया / रेहाना रूही
- नींद आँखों में मुसलसल नहीं होने देता / रेहाना रूही
- शब ओ रोज़ रक़्स-ए-विसाल था सो नहीं रहा / रेहाना रूही
- वो मुंतज़िर हैं हमारे तो हम किसी के हैं / रेहाना रूही