भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
बिस्तर करीने से सजा है।
पर यहाँ कोई एक रात भी नहीं बसर करता।
 
उसकी अलमारी, बिस्तर और कुर्सी के बीच -
उसकी अनुपस्थिति का
उसके पैने हाथों के आकार जैसा सफ़ेद रेखाचित्र है।
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : मोनिका कुमार'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,141
edits