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सचु मरी वियो / मुकेश तिलोकाणी
Kavita Kosh से
सचु मरी वियो
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रचनाकार | मुकेश तिलोकाणी |
---|---|
प्रकाशक | मोहित पब्लिकेशन्स, आदिपुर, कच्छ |
वर्ष | 2010 |
भाषा | सिन्धी |
विषय | |
विधा | कविताएँ |
पृष्ठ | 72 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- सिज लथे / मुकेश तिलोकाणी
- ग़दारु / मुकेश तिलोकाणी
- जुड़ियल यादि / मुकेश तिलोकाणी
- ॿहरूपी / मुकेश तिलोकाणी
- प्रणामु / मुकेश तिलोकाणी
- सांईं ऐं ॿान्ही / मुकेश तिलोकाणी
- रंगीलो / मुकेश तिलोकाणी
- खु़दाई वेदना / मुकेश तिलोकाणी
- तोहफ़ो / मुकेश तिलोकाणी
- शाबास / मुकेश तिलोकाणी
- ऊंदहि / मुकेश तिलोकाणी
- ओसीड़ो / मुकेश तिलोकाणी
- आऊँ कींअ अचां? / मुकेश तिलोकाणी
- बदिलियलु ज़मानो / मुकेश तिलोकाणी
- विच में तूं / मुकेश तिलोकाणी
- करितूत / मुकेश तिलोकाणी
- मोगली अञा मोॻिली / मुकेश तिलोकाणी
- पॻ जो ख़्यालु / मुकेश तिलोकाणी
- ॻोठाणी / मुकेश तिलोकाणी
- जीउ / मुकेश तिलोकाणी
- मग़रुरी / मुकेश तिलोकाणी
- टोक / मुकेश तिलोकाणी
- फ़ानी जॻु / मुकेश तिलोकाणी
- ॾुहाॻु / मुकेश तिलोकाणी
- कैंटीन / मुकेश तिलोकाणी
- बे नको / मुकेश तिलोकाणी
- कसर / मुकेश तिलोकाणी
- मौलाई मुल्कु / मुकेश तिलोकाणी
- ॼमारी लुंडो (बिंदिरो) / मुकेश तिलोकाणी
- मतिलबी अंधो / मुकेश तिलोकाणी
- घणो थियो / मुकेश तिलोकाणी
- दॿलीअ में खखिड़ो / मुकेश तिलोकाणी
- दुश्मन / मुकेश तिलोकाणी
- सवाबु / मुकेश तिलोकाणी
- पाछी ॿुड़ी / मुकेश तिलोकाणी
- तुंहिंजे सदिके / मुकेश तिलोकाणी
- अञा जीआं पई / मुकेश तिलोकाणी
- बुकिंग / मुकेश तिलोकाणी
- कारी ॿाट / मुकेश तिलोकाणी
- खु़वाहिश / मुकेश तिलोकाणी
- हाइ ऐं बाइ बाइ / मुकेश तिलोकाणी
- सूखिड़ी / मुकेश तिलोकाणी
- टाईम पास / मुकेश तिलोकाणी
- ताल-मेल / मुकेश तिलोकाणी
- सूंहं / मुकेश तिलोकाणी
- कम्पनी / मुकेश तिलोकाणी
- ॼाञाणी / मुकेश तिलोकाणी
- इंतज़ारि / मुकेश तिलोकाणी
- दमु / मुकेश तिलोकाणी
- सचु मरी वियो (कविता) / मुकेश तिलोकाणी