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हादसों का सफ़र ज़िंदगी / अमर पंकज
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हादसों का सफ़र ज़िंदगी

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रचनाकार | अमर पंकज |
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इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- तू वफ़ा कर न कर ज़िंदगी / अमर पंकज
- झूठ है सब / अमर पंकज
- बताऊँ किसे मैं हुआ क्या मुझे है / अमर पंकज
- जीवन चाहे जैसा भी हो जीना तो मज़बूरी है / अमर पंकज
- आँख मेरी देखिये अब नम नहीं है / अमर पंकज
- हर तरफ़ है मौत लेकिन प्यास बाक़ी है अभी / अमर पंकज
- जो है मेरा मिल जाना है / अमर पंकज
- कोई पहचान तो उसको मछंदर बन के आया है / अमर पंकज
- बरसात थी अश्कों की हम हँसकर मगर सबसे मिले / अमर पंकज
- हवाओं में जो उड़ते हैं कहाँ क़िस्मत बदलते हैं / अमर पंकज