भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"दिविक रमेश" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
सम्पादन: कविता ऒर कहानी की अनेक पुस्तकें । | सम्पादन: कविता ऒर कहानी की अनेक पुस्तकें । | ||
पुरस्कार एवं सम्मान :राष्टीय एवं अंतरराष्टीय | पुरस्कार एवं सम्मान :राष्टीय एवं अंतरराष्टीय | ||
+ | |अंग्रेज़ीनाम=Diwik Ramesh | ||
|जीवनी=[[दिविक रमेश / परिचय]] | |जीवनी=[[दिविक रमेश / परिचय]] | ||
}} | }} |
23:31, 20 जुलाई 2008 का अवतरण
दिविक रमेश की रचनाएँ
रमेश चंद शर्मा
जन्म | 06 फ़रवरी 1946 |
---|---|
उपनाम | दिविक रमेश |
जन्म स्थान | ग्राम किराड़ी, दिल्ली, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
रास्ते के बीच (1977), खुली आँखों में आकाश (1983), हल्दी चावल और अन्य कविताएँ (1992), छोटा सा ह्स्तकक्षेप(२०००), फूल तब भी खिला होता (२००४), खण्ड खण्ड अग्नि (काव्य-नाटक)(१९९४)। बाल कविताएं : एक सॊ एक बाल कविताएं (२००८), गेहूँ घर आया हॆ (अशोक वजपेयी द्वारा चुनी हुई कविताएं)(२००८,किताब घर से प्रकाश्य) | |
विविध | |
(आलोचना, लेख एवं शोध) : कविता के बीच से, संवाद भी विवाद भी, तार सप्तक के कवियों के काव्य-शिल्प सिधान्त(१९९१), साक्षात त्रिलॊचन ।
अनुवाद: कोरियाई कविता-यात्रा (साहित्य अकादमी, १९९९),सुनो अफीका (साहित्य अकादमी, २००५), कोरियाई लोककथाएं (पीताम्बर, २०००), कोरियाई बाल कविताएं (नेशनल बुक ट्रस्ट, २००४)। कुछ अनुवाद रूसी आदि भाषाओं के साहित्य से) । सम्पादन: कविता ऒर कहानी की अनेक पुस्तकें । पुरस्कार एवं सम्मान :राष्टीय एवं अंतरराष्टीय | |
जीवन परिचय | |
दिविक रमेश / परिचय |
- रास्ते के बीच / दिविक रमेश (कविता संग्रह)
- खुली आँखों में आकाश / दिविक रमेश (कविता संग्रह)
- झटपट खाओ / दिविक रमेश
- एक आश्रम अशान्त / दिविक रमेश
- एक भारतीय पत्र मित्र इनद के नाम / दिविक रमेश
- उसने कहा था / दिविक रमेश
- कविते! / दिविक रमेश
- काश / दिविक रमेश
- खुशी / दिविक रमेश
- गुलाम देश का मजदूर गीत / दिविक रमेश
- जाइये-आइये / दिविक रमेश
- डर / दिविक रमेश
- प्रिय भाई! प्रिय आलोचक! / दिविक रमेश
- पुन्न के काम आये हैं / दिविक रमेश
- यह कैसी ज़िद है / दिविक रमेश
- सोचूँ / दिविक रमेश
- हक की तहकीकात / दिविक रमेश
- हर कहीं सब कहीं / दिविक रमेश
- सम्पूर्ण यात्रा / दिविक रमेश
- आग को जब प्यार कह गया / दिविक रमेश
- चलो सुनाओ नयी कहानी / दिविक रमेश
- नहीं चाहिए सीख बड़ों की / दिविक रमेश
- बूढ़ी माँ / दिविक रमेश
- पुस्तक / दिविक रमेश