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− | अमन चैन के भरम पल रहे - | + | अमन चैन के भरम पल रहे - |
− | रामभरोसे! | + | रामभरोसे! |
− | कैसे-कैसे शहर जल रहे - | + | कैसे-कैसे शहर जल रहे - |
− | राम भरोसे! | + | राम भरोसे! |
− | जैसा चाहा बोया-काटा | + | जैसा चाहा बोया-काटा |
− | दुनिया को मर्ज़ी से बाँटा | + | दुनिया को मर्ज़ी से बाँटा |
− | उसकी थाली अपना काँटा | + | उसकी थाली अपना काँटा |
− | इसको डाँटा उसको चाँटा | + | इसको डाँटा उसको चाँटा |
− | रामनाम की ओढ़ चदरिया | + | रामनाम की ओढ़ चदरिया |
− | कैसे आदमज़ात छल रहे- | + | कैसे आदमज़ात छल रहे- |
− | राम भरोसे! | + | राम भरोसे! |
− | दया धर्म नीलाम हो रहे | + | दया धर्म नीलाम हो रहे |
− | नफ़रत के ऐलान बो रहे | + | नफ़रत के ऐलान बो रहे |
− | आँसू-आँसू गाल रो रहे | + | आँसू-आँसू गाल रो रहे |
− | बारूदों के ढेर ढो रहे | + | बारूदों के ढेर ढो रहे |
− | जप कर माला विश्वशांति की | + | जप कर माला विश्वशांति की |
− | फिर भी जग के काम चल रहे- | + | फिर भी जग के काम चल रहे- |
− | राम भरोसे! | + | राम भरोसे! |
− | भाड़ में जाए रोटी दाना | + | भाड़ में जाए रोटी दाना |
− | अपनी डफली अपना गाना | + | अपनी डफली अपना गाना |
− | लाख मुखौटा चढे भीड़ में | + | लाख मुखौटा चढे भीड़ में |
− | चेहरा लेकिन है पहचाना | + | चेहरा लेकिन है पहचाना |
− | जानबूझ कर क्यों प्रपंच में | + | जानबूझ कर क्यों प्रपंच में |
− | प्रजातंत्र के हाथ जल रहे- | + | प्रजातंत्र के हाथ जल रहे- |
− | राम भरोसे!< | + | राम भरोसे! |
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12:31, 27 जून 2014 के समय का अवतरण
अमन चैन के भरम पल रहे -
रामभरोसे!
कैसे-कैसे शहर जल रहे -
राम भरोसे!
जैसा चाहा बोया-काटा
दुनिया को मर्ज़ी से बाँटा
उसकी थाली अपना काँटा
इसको डाँटा उसको चाँटा
रामनाम की ओढ़ चदरिया
कैसे आदमज़ात छल रहे-
राम भरोसे!
दया धर्म नीलाम हो रहे
नफ़रत के ऐलान बो रहे
आँसू-आँसू गाल रो रहे
बारूदों के ढेर ढो रहे
जप कर माला विश्वशांति की
फिर भी जग के काम चल रहे-
राम भरोसे!
भाड़ में जाए रोटी दाना
अपनी डफली अपना गाना
लाख मुखौटा चढे भीड़ में
चेहरा लेकिन है पहचाना
जानबूझ कर क्यों प्रपंच में
प्रजातंत्र के हाथ जल रहे-
राम भरोसे!