भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"दरिया दरिया-साहिल साहिल / ज़ाहिद अबरोल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
 
*[[दरिया को पागल करने को अक्स-ए-समुन्दर काफ़ी था / ज़ाहिद अबरोल]]
 
*[[दरिया को पागल करने को अक्स-ए-समुन्दर काफ़ी था / ज़ाहिद अबरोल]]
 
*[[जब एहसास की झील में हमने दर्द का कंकर फेंका है / ज़ाहिद अबरोल]]
 
*[[जब एहसास की झील में हमने दर्द का कंकर फेंका है / ज़ाहिद अबरोल]]
 +
*[[सहरा से जंगल में आकर छाँव में घुलती जाए धूप / ज़ाहिद अबरोल]]

23:05, 17 अक्टूबर 2015 का अवतरण


दरिया दरिया-साहिल साहिल
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार ज़ाहिद अबरोल
प्रकाशक सभ्या प्रकाशन, डबल्यू एच,इंडस्ट्रिअल एरिया फ़ेज़-1,मायापुरी,नई दिल्ली-110064
वर्ष 2014
भाषा हिन्दी
विषय ग़ज़ल संग्रह
विधा
पृष्ठ 156
ISBN 978-93-83785-11-7
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।