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"मोरया आछो बोल्यो रे / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर
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औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया | औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया | ||
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आछो बोलियों रे ढलती रात ने | आछो बोलियों रे ढलती रात ने | ||
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06:54, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने
मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने, रात ने, रात ने
औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया
आछो बोलियों रे ढलती रात ने