भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अल्हड़ बीकानेरी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|चित्र=Shyamlal-sharma-alhad-bikaneri.jpg | |चित्र=Shyamlal-sharma-alhad-bikaneri.jpg | ||
|नाम=अल्हड़ बीकानेरी | |नाम=अल्हड़ बीकानेरी | ||
− | |उपनाम=श्यामलाल शर्मा | + | |उपनाम=अल्हड़ बीकानेरी (मूल नाम: श्यामलाल शर्मा) |
|जन्म=17 मई 1937 | |जन्म=17 मई 1937 | ||
− | |जन्मस्थान=ग्राम | + | |जन्मस्थान=ग्राम बीकानेर, रेवाड़ी, हरियाणा |
|मृत्यु=17 जून 2009 | |मृत्यु=17 जून 2009 | ||
− | |कृतियाँ= | + | |कृतियाँ='भज प्यारे तू सीताराम', 'घाट-घाट घूमे', 'अभी हंसता हूं', 'अब तो आंसू पोंछ', 'भैंसा पीवे सोम रस', 'ठाठ गजल के', 'रेत का जहाज' एवं 'अनछुए हाथ', 'खोल देना द्वार' और 'जय मैडम की बोल रे' |
|विविध=अल्हड़ बीकानेरी का मूल नाम श्यामलाल शर्मा है. हरियाणा गौरव पुरस्कार, काका हाथरसी पुरस्कार, 1996 में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित | |विविध=अल्हड़ बीकानेरी का मूल नाम श्यामलाल शर्मा है. हरियाणा गौरव पुरस्कार, काका हाथरसी पुरस्कार, 1996 में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित | ||
|जीवनी=[[अल्हड़ बीकानेरी / परिचय]] | |जीवनी=[[अल्हड़ बीकानेरी / परिचय]] | ||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
}} | }} | ||
{{KKCatHariyana}} | {{KKCatHariyana}} | ||
− | ==== | + | ====अल्हड़ बीकानेरी की कविताएँ==== |
* [[कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी]] | * [[कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी]] | ||
* [[दाता एक राम / अल्हड़ बीकानेरी]] | * [[दाता एक राम / अल्हड़ बीकानेरी]] | ||
पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
* [[हफ़्तों उनसे मिले हो गए / अल्हड़ बीकानेरी]] | * [[हफ़्तों उनसे मिले हो गए / अल्हड़ बीकानेरी]] | ||
* [[असली माखन कहाँ / अल्हड़ बीकानेरी]] | * [[असली माखन कहाँ / अल्हड़ बीकानेरी]] | ||
+ | * [[मॉर्डन रसिया / अल्हड़ बीकानेरी]] |
10:04, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
अल्हड़ बीकानेरी
जन्म | 17 मई 1937 |
---|---|
निधन | 17 जून 2009 |
उपनाम | अल्हड़ बीकानेरी (मूल नाम: श्यामलाल शर्मा) |
जन्म स्थान | ग्राम बीकानेर, रेवाड़ी, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
'भज प्यारे तू सीताराम', 'घाट-घाट घूमे', 'अभी हंसता हूं', 'अब तो आंसू पोंछ', 'भैंसा पीवे सोम रस', 'ठाठ गजल के', 'रेत का जहाज' एवं 'अनछुए हाथ', 'खोल देना द्वार' और 'जय मैडम की बोल रे' | |
विविध | |
अल्हड़ बीकानेरी का मूल नाम श्यामलाल शर्मा है. हरियाणा गौरव पुरस्कार, काका हाथरसी पुरस्कार, 1996 में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
अल्हड़ बीकानेरी / परिचय |
अल्हड़ बीकानेरी की कविताएँ
- कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी
- दाता एक राम / अल्हड़ बीकानेरी
- मुझको सरकार बनाने दो / अल्हड़ बीकानेरी
- हे दयालु नेता / अल्हड़ बीकानेरी
- शारदा स्तुति / अल्हड़ बीकानेरी
- पल में काँटा बदल गया / अल्हड़ बीकानेरी
- समय का फेर / अल्हड़ बीकानेरी
- दारोग़ा जी / अल्हड़ बीकानेरी
- लोन / अल्हड़ बीकानेरी
- दिल्ली / अल्हड़ बीकानेरी
- मन मस्त हुआ / अल्हड़ बीकानेरी
- दो नावों की सवारी / अल्हड़ बीकानेरी
- ग़ज़ल हो गई / अल्हड़ बीकानेरी
- मत पूछिए फुरसत की घड़ियाँ / अल्हड़ बीकानेरी
- हफ़्तों उनसे मिले हो गए / अल्हड़ बीकानेरी
- असली माखन कहाँ / अल्हड़ बीकानेरी
- मॉर्डन रसिया / अल्हड़ बीकानेरी