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23:26, 30 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
जन्म | 1699 |
---|---|
निधन | 1781 |
जन्म स्थान | आगरा, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ / परिचय |
ग़ज़लें
- चली अब गुल के हाथों से लुटा कर कारवाँ अपना / 'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
- हम ने की है तौबा और धूमें मचाती है बहार / 'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
- न तू मिलने के अब क़ाबिल रहा है / 'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
- तजल्ली गर तेरी पस्त ओ बुलंद उन को दिखलाती / 'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
- उस गुल को भेजना है मुझे ख़त सबा के हाथ / 'मज़हर' मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ