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23:23, 25 दिसम्बर 2018 के समय का अवतरण
पके धान की गन्ध

| रचनाकार | सुरेन्द्र स्निग्ध | 
|---|---|
| प्रकाशक | साहित्य संसद, नई दिल्ली | 
| वर्ष | 1992 | 
| भाषा | हिन्दी | 
| विषय | कविताएँ | 
| विधा | मुक्त-छन्द | 
| पृष्ठ | 74 | 
| ISBN | |
| विविध | 
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इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- हमेशा जवान है हमारा प्यार / सुरेन्द्र स्निग्ध
- उग आया वटवृक्ष / सुरेन्द्र स्निग्ध
- माँ का दिल / सुरेन्द्र स्निग्ध
- तुम्हारे लिए प्यार भेजता हूँ / सुरेन्द्र स्निग्ध
- क्रान्तिकारी दोस्तों के नाम / सुरेन्द्र स्निग्ध
- मिस मारिया / सुरेन्द्र स्निग्ध
- क्यों इतना प्यार / सुरेन्द्र स्निग्ध
- दोपहर की उजली किरन / सुरेन्द्र स्निग्ध
- एक सुबह कलकत्ते में / सुरेन्द्र स्निग्ध
- गेटवे ऑफ़ इण्डिया से सूर्योदय / सुरेन्द्र स्निग्ध
- कोलंगुट में सूर्यास्त / सुरेन्द्र स्निग्ध
- सुकनी की आँखों का सूरज / सुरेन्द्र स्निग्ध
- कविता के सपने / सुरेन्द्र स्निग्ध
- जहाँ कोई दोस्त नहीं हो / सुरेन्द्र स्निग्ध
- एक ख़त / सुरेन्द्र स्निग्ध
- माँ, कामरेड और दोस्त / सुरेन्द्र स्निग्ध