भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"भक्ति-गंगा / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल }} नहीं यदि तू भी दया करेगा तो फि...)
 
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 18 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल
 
|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल
 +
}}
 +
{{KKPustak
 +
|चित्र=Bhakti_Ganga.JPG
 +
|नाम=भक्ति-गंगा
 +
|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल
 +
|भाषा=हिंदी
 +
|विषय=भक्ति गीत
 +
|शैली=गीत
 +
|विविध=
 
}}
 
}}
  
 
+
*[[अकेला चल, अकेला चल / गुलाब खंडेलवाल]]
नहीं यदि तू भी दया करेगा
+
*[[अकेले मुझको छोड़ न देना / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[अब क्या माँगूँ आगे ! / गुलाब खंडेलवाल]]
तो फिर इस जलते जीवन की पीड़ा कौन हरेगा!
+
*[[एक सच्चा तेरा नाता है / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[ओ मेरे मन ! / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[ओ सहचर अनजाने ! / गुलाब खंडेलवाल]]
काम-क्रोध-मद-लोभ-मोह हैं प्रतिपद घेरा डाले
+
*[[करुणामय! तेरी करुणा का भार / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[कैसे तेरे सुर में गाऊँ / गुलाब खंडेलवाल]]
मुझको भटकाने के तूने कितने मार्ग निकाले
+
*[[जीवन तुझे समर्पित किया / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[जीवनस्वामी! मेरे अन्तर्यामी ! / गुलाब खंडेलवाल]]
सहज स्वभाव यही शिशु का तो, तिरछे पाँव धरेगा
+
*[[भगवती आद्याशक्ति भवानी! / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[मेरा मन विश्राम न जाने / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[तुझसे तार जुड़ा है मेरा / गुलाब खंडेलवाल]]
इन्द्र-कुबेर-मरुत-पावक-जल तेरे जड़ अनुचर हैं
+
*[[तूने कैसा खेल रचाया ! / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[नहीं यदि तू भी दया करेगा / गुलाब खंडेलवाल]]
भले-बुरे के ज्ञान-रहित, नियमों के पालक भर हैं
+
*[[यदि मैं तुम्हें भूल भी जाऊँ / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[सहारा देते रहो निरंतर / गुलाब खंडेलवाल]]
इनका बस चलते तो कोई पापी नहीं तरेगा
+
*[[सारी धरती डेरा अपना / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[हर संध्या श्रृंगार किये मैं देखूँ खड़ी खड़ी / गुलाब खंडेलवाल]]
 
+
*[[हे प्रभु! सब अपराध हमारे क्षमा करो / गुलाब खंडेलवाल]]
तेरी क्षमा बड़ी है मेरे कर्मों के बंधन से
+
 
+
शाप-ताप सब धुल जायेंगे अश्रु-सजल आनन से
+
 
+
जब तू मेरा क्रंदन सुनकर धरती पर उतरेगा
+
 
+
 
+
नहीं यदि तू भी दया करेगा
+
 
+
तो फिर इस जलते जीवन की पीड़ा कौन हरेगा!
+

10:38, 20 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण

भक्ति-गंगा
Bhakti Ganga.JPG
रचनाकार गुलाब खंडेलवाल
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिंदी
विषय भक्ति गीत
विधा गीत
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।