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"ताप के ताये हुए दिन / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर
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+ | * [[शब्दों से कभी-कभी काम नहीं चलता / त्रिलोचन]] |
01:23, 12 दिसम्बर 2007 का अवतरण
दिगंत
रचनाकार | त्रिलोचन |
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प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- नगई महरा / त्रिलोचन
- हम साथी / त्रिलोचन
- समझ सुगबुगाई / त्रिलोचन
- मैंने जो सोचा था / त्रिलोचन
- झापस / त्रिलोचन
- चित्रा जाम्बोरकर / त्रिलोचन
- आरर-डाल / त्रिलोचन
- एक लहर फैली अनन्त की / त्रिलोचन
- यह सुगन्ध मेरी है / त्रिलोचन
- दिन सहज ढले / त्रिलोचन
- लहरों में साथ रहे कोई / त्रिलोचन
- मैं-तुम / त्रिलोचन
- कौन कान सुनेगा / त्रिलोचन
- अपना ही घर / त्रिलोचन
- नदी : कामधेनु / त्रिलोचन
- शब्दों से कभी-कभी काम नहीं चलता / त्रिलोचन