भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बेरहम पिता परमेस्सर / रामदेव भावुक" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामदेव भावुक |अनुवादक= |संग्रह=रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=रामदेव भावुक | |रचनाकार=रामदेव भावुक | ||
|अनुवादक= | |अनुवादक= | ||
− | |संग्रह= | + | |संग्रह=हंस के जीभ तरासल छै / रामदेव भावुक |
}} | }} | ||
{{KKCatAngikaRachna}} | {{KKCatAngikaRachna}} |
02:44, 8 जून 2016 के समय का अवतरण
सुखलॅ हक के सरवर
श्रम कुम्हलाय गेलॅ हो भाय
कि अहो भाय
बेबस्था भेलॅ बइमान
मंहगी हरजाय भेलॅ हो भाय
घटलॅ टका के मोल
बजार बौराय गेलॅ हो भाय
कि अहो भाय
चावल भेलॅ मरीच
गहूम मिरचाय भेलॅ हो भाय
पूजा सें न पिघलतॅ पत्थर
मन पथराय गेलॅ हो भाय
कि अहो भाय
बेरहम पिता परमेस्सर
माय सतमाय भेलॅ हो भाय
थैलीशाही जहर के सुइया
शरीर समाय गेलॅ हो भाय
कि अहो भाय
जनतंत्र के धेनू गाय
आय बिसुखाय गेलॅ हो भाय