भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मोरया आछो बोल्यो रे / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
| पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=अज्ञात | |रचनाकार=अज्ञात | ||
}} | }} | ||
| − | {{ | + | {{KKCatRajasthaniRachna}} |
| − | + | <poem> | |
| − | }} | + | मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने |
| − | + | मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने, रात ने, रात ने | |
| − | मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने | + | |
| − | + | ||
| − | मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने, रात ने , रात ने | + | |
| − | + | ||
औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया | औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया | ||
| − | |||
आछो बोलियों रे ढलती रात ने | आछो बोलियों रे ढलती रात ने | ||
| + | </poem> | ||
06:54, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने
मोरिया आछो बोलियों रे ढलती रात ने, रात ने, रात ने
औ, म्हारे हिवडे में बेगी रे गुजार मोरिया
आछो बोलियों रे ढलती रात ने
