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असंकलित ग़ज़लें / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
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असंकलित ग़ज़लें
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रचनाकार | फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ |
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प्रकाशक | |
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भाषा | उर्दू-हिन्दी |
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विविध |
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- बेबसी का कोई दरमाँ नहीं करने देते / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- गो सबको बहम साग़रो-बादः तो नहीं था / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- वक़्फ़े-उमीदे-दीदे-यार है दिल / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- नकिसी पे ज़ख़्म अयाँ कोई / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- चाँद निकले किसी जानिब तेरी ज़ेबाई का / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- कब तक दिल की ख़ैर मनाएँ / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- कहीं तो कारवाने-दर्द की मंज़िल ठहर जाए / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- अब बज़्मे-सुख़न सुहबते-सोख़्तगाँ है / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तजू ही सही / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हर घड़ी अक्से-रुख़े-यार लिए फिरती है / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़