New page: ज्योति का जो दीप से , मोती का जो सीप से , वही रिश्ता , मेरा , तुम से ! प्रणय का ...
New page: जब काली रात बहुत गहराती है, तब सच कहूँ, याद तुम्हारी आती है ! जब काले मेघो...
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New page: रात कहती बात प्रियतम, तुम भी हमारी बात सुन लो, थक गये हो, जानती हूँ, प्रेम क...
New page: चाँद मेरा साथी है.. और अधूरी बात सुन रहा है, चुपके चुपके, मेरी सारी बात! चा...
New page: मन से मनको लिख रही हूँ, पाती एक अजानी प्रियतम ! पाती मेँ प्रेम - कहानी ! तुम...
New page: हर कोई चाहता है, हो मेरा एक नन्हा आशियाँ काम मेरे पास हो, घर पर मेरे अधिका...
New page: रे मन, तूने ना मानी हार! घाव लगा बार बार, फिर भी,रे मन, तूने ना मानी हार ! हर प...
New page: ~~" देखो, मँ लौट आया हुँ ! अरब समुद्र के भीतर से, मेरे भारत को जगाने कर्म के द...
New page: स्वर्ण ~ कलश निकल आया री ! सखी, स्वर्ण ~ कलश नभ पर छाया री ! नर्तन करते , द्रुम ...
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New page: प्रणमाँजलि [ राग : केदार ] माँ सरस्वती सदा कृपा हम पर कीजिये, गिरुजनोँ के प...
New page: व्यथा - गीत : --तुम्हारी याद आसपास फैली रात्रि से उभरती हुई --नदिया का आक्र...
New page: शाम को आने का वादा, इस दिलको तसल्ली दे गया, आनेका कह कर तुमने, हमे सुकूँ कि...
New page: खिले कँवल से, लदे ताल पर, मँडराता मधुकर~ मधु का लोभी. गुँजित पुरवाई, बहती प...
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New page: '''Bold text''' वह बैठी रहती थी, हर साँझ, तकती बाट प्रियतम की , चुपचाप गुलमोहर की छा...
नरेन्द्र शर्मा की रचनाएँ
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नरेन्द्र शर्मा की रचनाएँ
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