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अहमद मुश्ताक़
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अहमद मुश्ताक़
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जन्म | 1931 |
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उपनाम | अहमद मुश्ताक़ |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
अहमद मुश्ताक़ / परिचय |
- अब मंज़िल-ए-सदा से सफ़र कर / अहमद मुश्ताक़
- अब वो गलियाँ वो मकाँ याद नहीं / अहमद मुश्ताक़
- चाँद इस घर के दरीचों के बराबर आया / अहमद मुश्ताक़
- चमक दमक पे न जाओ खरी नहीं कोई शय / अहमद मुश्ताक़
- छिन गई तेरी तमन्ना भी तमन्नाई से / अहमद मुश्ताक़
- दिल में वो शोर न आँखों में वो नम रहता है / अहमद मुश्ताक़
- दिलों की ओर धुआँ सा दिखाई देता है / अहमद मुश्ताक़
- दुनिया में सुराग़-ए-रह-ए-दुनिया नहीं मिलता / अहमद मुश्ताक़
- हाथ से नापता हूँ दर्द की गहराई को / अहमद मुश्ताक़
- हर लम्हा ज़ुल्मतों की ख़ुदाई का वक़्त है / अहमद मुश्ताक़
- इन मौसमों में नाचते गाते रहेंगे हम / अहमद मुश्ताक़
- कहाँ की गूँज दिल-ए-ना-तवाँ में रहती है / अहमद मुश्ताक़
- कहूँ किस से रात का माजरा नए मंज़रों / अहमद मुश्ताक़
- खड़े हैं दिल में जो बर्ग-ओ-समर लगाए हुए / अहमद मुश्ताक़
- ख़ैर औरों ने भी चाहा तो है तुझ सा होना / अहमद मुश्ताक़
- किसी शय पे यहाँ वक़्त का साया नहीं होता / अहमद मुश्ताक़
- लुभाता है अगरचे हुस्न-ए-दरिया डर रहा हूँ मैं / अहमद मुश्ताक़
- मलाल-ए-दिल से इलाज-ए-ग़म-ए-ज़माना / अहमद मुश्ताक़
- मिल ही जाएगा कभी दिल को यक़ीं रहता है / अहमद मुश्ताक़
- थम गया दर्द उजाला हुआ तन्हाई में / अहमद मुश्ताक़
- तुम आए हो तुम्हें भी आज़मा कर देख लेता हूँ / अहमद मुश्ताक़
- ये कहना तो नहीं काफ़ी के बस प्यारे लगे / अहमद मुश्ताक़
- ये तंहा रात ये गहरी फ़ज़ाएँ / अहमद मुश्ताक़