Last modified on 24 फ़रवरी 2016, at 16:24

जेकरोॅ साथ खेवैया छै / नन्दलाल यादव 'सारस्वत'

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:24, 24 फ़रवरी 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नन्दलाल यादव 'सारस्वत' |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जेकरोॅ साथ खेवैया छै
ऊ आगू चलवैया छै।

जेकरा दू नम्बर के पैसा
ओकरोॅ ता-ता, थैया छै।

जहाँ दूध या दही जमैलोॅ
बैठली वहीं बिलैया छै।

जेकरा मोह नै माया कुछुवो
सचमुच में ऊ दैया छै।

आग बुझावै वाला कोय नै
आग केॅ सौ लगवैया छै।