भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
लिफाफा के टुकड़ा / विजेता मुद्गलपुरी
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:21, 11 जुलाई 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विजेता मुद्गलपुरी |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
लिफाफा के टुकड़ा
ओकरा पर लगल डाक टिकट
ऊप्पर से डाक घर के मोहर
ऐसन लागै छै
महापुरुष के चेहरा पर कालिख पुतल सन!
लिफाफा के टुकड़ा
सड़क पर
जेकरा मेहतरानी
झाडू़ से झाड़ै छै
ओकरा की पता छै
कि ऊ महापुरुष के झाड़ू मारै छै!
लिफाफा के टुकड़ा
कोनो कार्यालय में
कूड़ादान सह पीकदान में
जहाँ आम आरो खास आदमी थूकै छै
ओकरा की पता छै
कि ऊ कोनो महापुरुष पर थूकै छै!
सरकार
टिकट चलाबै छै
महापुरुष के सम्मान में
उनका की पता छै
फेकल लिफाफा के टुकड़ा पर
महापुरुष के सम्मान केन्ना होय छै