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* [[आज जागी क्यों मर्मर-ध्वनि ! / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[किसका आघात हुआ फिर मेरे द्वार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[आज बादल-गगन, गोधूली -लगन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[मैंने पाया उसे बार-बार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[रखो मत अँधेरे में दो मुझे निरखने / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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