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आइए, आ जाइए, आ जाइए ।
फिर वही दानिश्ता <ref>जान-बूझकर</ref> ठोकर खाइए,
फिर मिरे आग़ोश में गिर जाइए ।
जी में आता है यहीं मर जाइए ।
</poem>
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