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ज्योति खरे
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ज्योति खरे
जन्म | 05 जुलाई 1956 |
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जन्म स्थान | कटनी, मध्य प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
होना तो कुछ चाहिए (2016) | |
विविध | |
वरिष्ठ नवगीतकार हैं। मध्य प्रदेश गौरव, प्रखर व्यंग्यकार सम्मान तथा रेल राजभाषा राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत। | |
जीवन परिचय | |
ज्योति खरे / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
गीत - नवगीत
- जाती हुई सदी का नाम मैं रखूँगा गटर / ज्योति खरे
- उँगलियाँ सी लें / ज्योति खरे
- टपकी नीम जेठ मास में / ज्योति खरे
- धुँधलाते पहचान प्रतीक / ज्योति खरे
- जीवन के खेल में साँस रखी दाँव / ज्योति खरे
- गालियाँ देता मन / ज्योति खरे
- रिश्ते ज़मीन के / ज्योति खरे
- सूख रहे आँगन के पौधे / ज्योति खरे
- सरकती प्यार की चुनरी / ज्योति खरे
- / ज्योति खरे
- / ज्योति खरे
- / ज्योति खरे
कविताएँ
- कुछ और नया होना चाहिए / ज्योति खरे
- दामिनी / ज्योति खरे
- बिटिया / ज्योति खरे
- सृजन के औजार / ज्योति खरे
- सपनों ने / ज्योति खरे
- यूकेलिप्टस / ज्योति खरे
- गुलमोहर / ज्योति खरे
- करवा चौथ का चाँद उसी दिन रख दिया था हथेली पर / ज्योति खरे
- रेत / ज्योति खरे
- प्रेम की कविता / ज्योति खरे
- भूख से बेहाल बच्चे को / ज्योति खरे
- गाँधी के इस देश में / ज्योति खरे
- सड़क पर भटकते, घूमते / ज्योति खरे
- ख़ुश रहो कहकर चला / ज्योति खरे
- सन्त / ज्योति खरे
- इस दौर में / ज्योति खरे
- फफून्द लगी रोटियाँ / ज्योति खरे