भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बाहर छाया भीतर धूप / ओमप्रकाश यती
Kavita Kosh से
बाहर छाया भीतर धूप

रचनाकार | ओमप्रकाश यती |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | 1987 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 96 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।